Senior Citizen Saving Scheme:- भारत सरकार द्वारा बुजुर्गों के लिए शुरू की गई एक बचत योजना है सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम। बुजुर्गों के लिए सबसे अच्छा बचत कार्यक्रम माना जाता है Senior Citizen Saving Scheme क्योंकि इसमें सरकार सबसे अधिक ब्याज देती है और सबसे अधिक टैक्स छूट देती है। नागरिकों को धन डूबने का भी खतरा नहीं रहता क्योंकि सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम सरकारी कार्यक्रम है।
इस योजना को वरिष्ठ नागरिक बचत योजना कहते हैं। 1 फरवरी 2023 को सरकार ने केंद्रीय बजट में सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में अधिकतम जमा राशि को 30 लाख रुपए कर दिया। यदि आप भी एक बुजुर्ग नागरिक हैं और निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम आपके लिए बहुत फायदेमंद होगी। आज हम इस लेख में senior citizen saving scheme interest rate के बारे में आपको बताएंगे। योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए, इस लेख को अंत तक पढ़ें।
Senior Citizen Saving Scheme क्या है?
भारत सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बचत कार्यक्रम शुरू किया है जिसका नाम सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम है। टैक्स से लेकर ब्याज तक का लाभ इस योजना से मिलता है। 1 फरवरी 2023 को, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में वरिष्ठ नागरिक बचत कार्यक्रम के तहत जमा सीमा को दोगुना कर दिया। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में अधिकतम जमा राशि 15 लाख रुपए थी, जो अब 30 लाख रुपए है।
हालाँकि, वर्ष 2023 24 के प्रारंभ होने पर, यानी 1 अप्रैल 2023 से यह सुविधा लागू होगी। इस योजना में वरिष्ठ नागरिक 30 लाख रुपये दे सकते हैं। जिससे इस स्कीम से अधिक बचत का लाभ वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा। 60 वर्ष से अधिक उम्र का कोई व्यक्ति इस योजना में निवेश कर सकता है। इस योजना में निवेश नहीं कर सकते हैं एनआरआई या एचयूएफ के नागरिक। सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के तहत कम से कम एक हजार रुपये का खाता खोला जा सकता है।
Senior Citizen Saving Scheme में निवेश कर सकते है?
Senior Citizen Saving Scheme में अकाउंट खुलवाने के लिए कम से कम 1000 रुपये जमा करना आवश्यक है। इस योजना में निवेशकों को अधिकतम 15 लाख रुपए जमा करने का अधिकार था। सरकार ने हाल ही में 2023 के बजट में अधिकतम जमा राशि को 30 लाख रुपए कर दिया है। लेकिन यह सीमा वित्त वर्ष 2022–2023 के दौरान, यानी 1 अप्रैल 2023 से लागू होगी।
अब वरिष्ठ नागरिक इस योजना में 30 लाख तक निवेश कर अधिक सेविंग लाभ प्राप्त कर सकेंगे।रिटायर कर्मचारियों को इस स्कीम में जमा की गई कुल राशि उनके रिटायरमेंट बेनिफिट से अधिक नहीं होनी चाहिए। तब भी, इस योजना में केवल एक लाख रुपए तक नगद धन जमा किया जा सकता है। यदि आप इससे अधिक पैसा जमा करना चाहते हैं तो आपको बैंक चेक देना होगा।
Senior Citizen Saving Scheme में निवेश करने के लाभ
वरिष्ठ नागरिकों को सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में निवेश करने पर सबसे सुरक्षित और विश्वसनीय निवेश विकल्प मिलता है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में कम से कम एक हजार रुपये का खाता खोला जा सकता है।
60 वर्ष से अधिक उम्र का कोई व्यक्ति इस योजना में निवेश कर सकता है।
- रिटायरमेंट पर कम से कम 30 लाख रुपये या अधिक निवेश कर सकते हैं।
- 5 साल बाद पूरा पैसा वापस मिलता है।
- इस योजना से प्रति वर्ष आठ प्रतिशत की ब्याज दर का लाभ मिलता है। जो एफडी और बचत खाते जैसे सामान्य निवेश विकल्पों से अधिक है।
- Senior Citizen Saving Scheme में ब्याज राशि ट्रैमासिक रूप से भुगतान की जाती है, जिससे निवेश में अवधि का भुगतान सुनिश्चित होता है। यानी हर तीन महीने के बाद आपको ब्याज का लाभ मिलता रहेगा।
- आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में निवेश करने पर निवेशक को प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपये की टैक्स छूट का लाभ मिलता है।
- इस योजना में निवेश करने का बहुत सरल तरीका है।
- वरिष्ठ नागरिक बचत खाता भारत के किसी भी बैंक के डाकघर में खुलवाया जा सकता है।
उन बैंकों के नाम जहां Senior Citizen Saving Scheme के तहत खाता खोल सकते हैं।
- बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda)
- कारपोरेशन बैंक (Corporation Bank)
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India)
- आंध्रा बैंक (Andhra Bank)
- विजया बैंक (Vijaya Bank)
- बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India)
- पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank)
- सिंडिकेट बैंक (Syndicate Bank)
- यूको बैंक (UCO Bank)
- केनरा बैंक (Canara Bank)
- ICICI बैंक (ICICI Bank)
- इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank)
- देना बैंक (dena bank)
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India)
- केनरा बैंक (Canara Bank)
- IDBI बैंक (IDBI Bank)
Senior Citizen Saving Scheme के लिए योग्यता
- भारत का कोई भी नागरिक सीनियर शहरी बचत खाता खुलवा सकता है।
- 60 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके व्यक्ति सामान्य नागरिक अकाउंट बना सकते हैं।
- 50 वर्ष की उम्र में सीनियर सिटीजन सेविंग अकाउंट खुलवाने के लिए पात्र कर्मचारी रिटायरमेंट या VRS लेंगे।
- 60 साल की उम्र के पहले अकाउंट खुलवाने की सुविधा ऐसे कर्मचारियों को मिलती है, शर्त यह है कि वे रिटायरमेंट बेनिफिट मिलने के एक महीने के भीतर अकाउंट खुलवा लेंगे।
- विदेशी नागरिकों या किसी दूसरे देश की नागरिकता प्राप्त कर चुके भारतीयों को सीनियर सिटीजन सेविंग खाता खुलवाने की अनुमति नहीं है।
- पति या पत्नी के साथ एक खाता खोलने की अनुमति है।
- न्यूनतम उम्र की शर्त संयुक्त खाता केवल मुख्य खाताधारक पर लागू होगी। संयुक्त खाता खोलने के लिए दूसरे खाताधारक (पति या पत्नी) की उम्र कितनी भी हो सकती है।
Senior Citizen Saving Scheme के लिए आवश्यक दस्तावेज
- पहचान पत्र (Identity card)
- आधार कार्ड (Aadhar card)
- निवास प्रमाण पत्र (Address proof)
- आयु प्रमाण पत्र (Age certificate)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport size photo)
- मोबाइल नंबर (Mobile number)
- ईमेल आईडी (Email id)
Senior Citizen Saving Scheme के तहत खाता खोलने की प्रक्रिया
- सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के तहत एक खाता खोलने के लिए आपको सबसे पहले अपने नजदीकी बैंक या डाकघर जाना होगा।
- आपको वहाँ जाकर Senior Citizen Saving Account खोलने का फॉर्म लेना होगा।
- आवेदन पत्र प्राप्त करने के बाद आपको सभी आवश्यक जानकारी को ध्यानपूर्वक भरना होगा।
- अब फॉर्म को केवाईसी दस्तावेजों की फोटो कॉपी के साथ भरना होगा। जिसमें पहचान पत्र, उम्र का प्रमाण पत्र और दो पासपोर्ट साइज फोटो होंगे।
- आपको सभी विवरण भरने के बाद आवेदन फॉर्म को उसी स्थान से वापस जमा करना होगा जहां से आपने इसे प्राप्त किया था।
- इस तरह आप सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के तहत अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
Senior Citizen Saving Scheme FAQs
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना क्या है?
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना एक सरकारी बचत योजना है जो भारतीय वरिष्ठ नागरिकों को आय वर्षा के लिए सुरक्षित निवेश करने की सुविधा प्रदान करती है। इस योजना में निवेश किया गया धन नियमित ब्याज दर पर दिया जाता है।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश कैसे किया जाता है?
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश करने के लिए व्यक्ति किसी भी सरकारी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
क्या ब्याज दर तथा निवेश की अवधि क्या है?
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में ब्याज दर और निवेश की अवधि सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। आमतौर पर, ब्याज दर सम्मानित होती है और निवेश की अवधि 5 वर्ष होती है।