Chirag Yojana 2024 वर्तमान समय में गरीब परिवारों के लोगों के पास निजी स्कूलों की फीस भरने के लिए पर्याप्त धन नहीं है, इसलिए गरीब माता-पिता को अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाना मुश्किल है। इसे देखते हुए हरियाणा सरकार ने Haryana Chirag Yojana नामक एक नई योजना शुरू की है। सरकार इस योजना के तहत ऐसे बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने का मौका देने वाली है जिनके परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर है और उनके माता-पिता उन्हे किसी निजी स्कूल मे नही पढ़ा सकते है।
हरियाणा सरकार ने पहले भी बच्चों को कई सुविधाएं दी हैं, जैसे कम आय वाले परिवारों से आने वाले बच्चों को शैक्षिक सुविधाएं और अनुदान आदि. इस लेख में हम आपको Haryana Chirag Yojana 2024 के बारे में पूरी जानकारी देंगे ताकि आप आसानी से आवेदन कर सकें और इस योजना का लाभ ले सकें. यदि आप भी किसी निजी स्कूल में पढ़ते हैं तो आपको भी इस योजना से संबधित जानकारी भी होनी चाहिए ताकि आप आसानी से इस योजना मे आवेदन कर पाएं इस योजना से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
Haryana Chirag Yojana 2024 क्या है?
हरियाणा चिराग योजना के तहत, सरकार ऐसे गरीब परिवारों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएगी, जिससे सरकारी स्कूलों से बाहर निजी स्कूलों में पढ़ने का अवसर मिलेगा। इस योजना का लाभ पाने के लिए पात्र किसी भी बच्चे के परिवार की आय 1.80 लाख रुपये से कम है इस योजना के प्रारंभिक चरण में, सरकार लगभग 25,000 विद्यार्थियों को कवर करेगी जो कक्षा दो से बारहवीं तक पढ़ते हैं।
सरकार ने चिराग योजना को शुरू करने के लिए धारा 134A को हटाया है। योजना का उद्देश्य कम आय वाले परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा देना है।
Haryana Chirag Yojana 2024 Overview
योजना का नाम | Haryana Chirag Yojana |
राज्य | हरियाणा |
योजना लागू करने वाले | हरियाणा शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री |
लाभार्थी | हरियाणा के आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी |
उद्देश्य | गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान करना |
आधिकारिक वेबसाइट | https://harprathmik.gov.in/ |
Haryana Chirag Yojana के लाभ क्या है?
- यह कार्यक्रम गरीब परिवारों से आने वाले बच्चों को निःशुल्क प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने का अवसर देगा।
- इस कार्यक्रम से आर्थिक रूप से वंचित समुदायों के युवाओं का साहस बढ़ेगा।
- निजी स्कूल बच्चों को सरकारी स्कूलों की तुलना में बेहतर शिक्षा देते हैं।
Haryana Chirag Yojana के लिए जरूरी पात्रता
- इस योजना में आवेदन करने वाले विद्यार्थी को हरियाणा राज्य का नागरिक होना चाहिए।
- छात्र के परिवार की वार्षिक आय 1.80 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- इस योजना में हरियाणा राज्य के विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं, जो कक्षा दो से बारहवीं तक पढ़ रहे हैं।
- योजना का लाभ केवल आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब परिवारों के बच्चों को मिलेगा।
Haryana Chirag Yojana के तहत कुल कितने छात्रो को लाभ मिलेगा?
कक्षा | विद्यार्थियों की संख्या |
कक्षा 2 | 2370 |
कक्षा 3 | 2411 |
कक्षा 4 | 2443 |
कक्षा 5 | 2384 |
कक्षा 6 | 2413 |
कक्षा 7 | 2400 |
कक्षा 8 | 2383 |
कक्षा 9 | 2211 |
कक्षा 10 | 2174 |
कक्षा 11 | 1858 |
कक्षा 12 | 1940 |
Haryana Chirag Yojana 2024 के तहत स्कूलो मे प्रवेश कैसे मिलता है?
- प्रपत्र 6 के निर्देशों में सूचीबद्ध निजी स्कूल ही इस योजना में प्रवेश पा सकता है।
- यदि छात्र को उसके पूर्ववर्ती स्कूल से सुझाव मिलता है, तो उसे प्रवेश केवल तभी मिलेगा जब वह मिस्ट पोर्टल पर अपनी जानकारी अपडेट करेगा।
Haryana Chirag Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- प्राइवेट स्कूल मे दाखिला लेने के लिए TC सर्टिफिकेट
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- मोबाइल नंबर
Haryana Chirag Yojana मे आवेदन करने की प्रक्रिया
- Haryana Chirag Yojana में आवेदन करने के लिए सभी विध्यार्थियों को अपने मोबाइल पर योजना की आधिकारिक वेबसाइट खोलनी है।
- अब आप उस वेबसाइट का होम पेज़ खुल जाएगा।
- होम पेज पर Haryana Chirag Yojana के आवेदन फॉर्म पर आपको क्लिक करना होगा।
- अब इसका प्रारूप पीडीएफ़ के रूप में खुल जाएगा, जिसे डाउनलोड करके उसका प्रिंटआउट निकाल लेना होगा।
- अब आपको आवेदन फार्म को ठीक से भरना है और हर दस्तावेज़ की फोटोकॉपी जोड़नी है।
- अब आपको आवेदन फॉर्म को उस स्कूल मे जमा करवा देना है जहां आप एडमिशन लेना चाहते है।
- आप हरियाणा चिराग योजना के लिए इस प्रकार आवेदन कर सकते हैं।
Haryana Chirag Yojana FAQs
Q1. हरियाणा चिराग योजना क्या है?
Ans. सरकार इस योजना के तहत ऐसे बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने का मौका देने वाली है जिनके परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर है और उनके माता-पिता उन्हे किसी निजी स्कूल मे नही पढ़ा सकते है।
Q2. योजना के तहत कौन-कौन से लाभ प्रदान किए जाते हैं?
Ans. यह कार्यक्रम गरीब परिवारों से आने वाले बच्चों को निःशुल्क प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने का अवसर देगा।