MGNREGA Yojana Payment Status 2024: MGNREGA जॉब कार्ड के माध्यम से कार्डधारक को 100 दिन का काम मिल रहा है, जल्दी बनवाएं कार्ड

MGNREGA Yojana Payment Status 2024:- कांग्रेस सरकार ने मनरेगा योजना को देश के गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए शुरू किया था, लेकिन इसे हर राज्य की सरकार ने और वर्तमान भाजपा सरकार ने भी अपनाया है। इस योजना से ग्रामीण लोगों को रोजगार मिलता है। ताकि गांव से दूर काम करने के लिए जाना पड़े। यह योजना देश के सभी राज्यों में ग्राम पंचायत स्तर पर लोगों को बहुत मदद कर रही है। अब तक, देश के करोड़ों लोगों को मनरेगा कार्यक्रम से लाभ मिला है। आज हम आपको इस लेख में MGNREGA Yojana क्या है? बताएँगे।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

भारत सरकार ने मनरेगा योजना को एक रोजगार गारंटी कार्यक्रम के रूप में शुरू किया है। 7 सितंबर 2005 को विधानसभा ने इस योजना को मंजूरी दी। मनरेगा योजना 2 फरवरी 2006 को 200 जिलों में शुरू की गई। शुरू में, MGNREGA योजना को नरेगा NREGA या राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम कहा जाता था। लेकिन इसका नाम 2 अक्टूबर 2009 को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम कर दिया गया। मनरेगा योजना दुनिया में एकमात्र ऐसी योजना है जो नागरिकों को 100 दिन का रोजगार देती है।

इस योजना को देश के गरीब और बेरोजगार परिवारों को आजीविका देने के लिए शुरू किया गया है। वित्तीय वर्ष 2010–2011 में, केंद्र सरकार ने इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 40,100 करोड़ रुपये मंजूर किए थे। इस योजना के माध्यम से कमजोर आय वर्ग के लोगों को सिर्फ उनके ग्राम पंचायत में नौकरी मिलती है। जिससे वे पलायन करने से काफी हद तक बच सकते हैं। इस योजना के तहत काम पाने के लिए व्यक्ति को पहले पंजीयन कराना होगा। मनरेगा जॉब कार्ड पंजीकरण के बाद मिलता है। MGNREGA जॉब कार्ड के माध्यम से कार्डधारक को 100 दिन का काम मिल सकता है।

योजना का नाम MGNREGA Yojana 2024
शुरू की गई  भारत सरकार द्वारा
योजना का आरंभ  2 फरवरी 2006
लाभार्थी  देश के बेरोजगार नागरिक
उद्देश्य  ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को निवास स्थान के समीप रोजगार प्रदान करना
लाभ  100 दिन का रोजगार गारंटी
श्रेणीकेंद्र सरकार योजना  
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन  
आधिकारिक वेबसाइट https://nrega.nic.in/netnrega/

मनरेगा योजना को भारत सरकार ने शुरू करने का मूल उद्देश्य ग्रामीणों को उनके घर के आसपास 100 दिन का रोजगार देना है। इससे ग्रामीणों की आजीविका को मजबूत किया जा सकता है, उनका सामाजिक समावेश सुनिश्चित किया जा सकता है, और इस योजना के माध्यम से ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार देकर दूसरे शहरों में पलायन को रोका जा सकता है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण गरीबों के आजीविका के आधार को मजबूत करना है और बुनियादी ढांचा बनाना है। मनरेगा योजना का उद्देश्य गरीब परिवारों की आजीविका को मजबूत करना है। मुख्य उद्देश्य भारत में पंचायती राज प्रतिष्ठानों को मजबूत करना और समाज के कमजोर वर्ग को मुख्यधारा में शामिल करना है।

नौकरी पाने के लिए मनरेगा जॉब कार्ड आवश्यक दस्तावेज है। यह एक कर्मचारी की पहचान करता है। मनरेगा योजना के तहत स्थानीय ग्राम पंचायत ने मनरेगा जॉब कार्ड को पंजीकृत किया है। इस नौकरी कार्ड में रजिस्टर्ड व्यक्ति का नाम, नरेगा रजिस्ट्रेशन नंबर, आवेदक के घर की जानकारी शामिल है। नरेगा जॉब कार्ड भी कर्मचारियों के अधिकारों का दस्तावेजी प्रमाण पत्र है। ग्रामीण परिवारों के लोगों को नरेगा जॉब कार्ड मिलता है, जो उन्हें स्थानीय क्षेत्र में ग्राम पंचायतों में काम करने की अनुमति देता है और प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाता है ताकि कर्मचारियों को धोखाधड़ी नहीं होती। नरेगा जॉब कार्ड को पोस्ट ऑफिस और बैंक में KYC पूरा करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।

  1. MGNREGA Yojana के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों को 100 दिन का रोजगार मिलता है।
  2. MNREGA जॉब कार्ड धारकों को 14 दिनों तक काम नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता मिलेगा।
  3. ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को उनके निवास स्थान पर समिति रोजगार प्रदान करने का प्रयास किया जाता है, जिससे पलायन को रोका जा सके।
  4. मनरेगा योजना में काम करने वाले नागरिकों को ग्राम पंचायत द्वारा जॉब कार्ड मिलता है।
  5. इस योजना में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी 1/3 भाग आरक्षण दिया गया है।
  6. मनरेगा योजना को ग्रामीण विकास मंत्रालय संचालित करता है।
  7. MNREGA के अनुसार, यदि कर्मचारी का घर 5 किलोमीटर से अधिक दूर है तो उसे निर्धारित पारिश्रमिक में
  • MGNREGA Yojana के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को रोजगार की उत्पत्ति अकुशल श्रम के लिए 100 दिनों की गारंटी नौकरी मिलती है।
  • इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब लोगों को उनके घर के निकट ही काम मिलता है।
  • इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक लाभार्थी को 15 दिन के भीतर जॉब कार्ड मिलता है। Job Card मिलने के बाद लाभार्थी को सौ दिनों की नौकरी की गारंटी मिलती है।
  • कर्मचारियों को उनके वेतन सीधे उनके बैंक खाते में भेजा जाता है।
  • इस योजना के माध्यम से दूसरे शहरों में पलायन को कम करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार प्रदान करना है।
  • मनरेगा योजना के तहत एक व्यक्ति को एक वर्ष में केवल सौ दिन का काम दिया जाता है और उसके अनुसार उसे भुगतान किया जाता है।
  • नरेगा जॉब कार्ड धारकों को अपने राज्य के अनुसार प्रतिदिन का वेतन मिलता है।
  • MGNREGA Yojana में, एक व्यक्ति को एक दिन में 9 घंटे काम और 1 घंटे आराम दिया जाता है। यानी, इस योजना के तहत एकमात्र कर्मचारी दिन में 8 घंटे काम करता है।
  • धोखाधड़ी से बचने के लिए मनरेगा कार्ड प्राप्त करना अनिवार्य है।
  • भारत सरकार ने मनरेगा कार्ड हर किसी को दिया है जो इस योजना का लाभ उठाना चाहता है।
  • मनरेगा योजना देश भर में मजदूरों का काम करती है।
  • इस योजना के तहत सभी को समान अवसर मिलता है, चाहे वह किसी भी वर्ग, राज्य, जाति या धर्म का हो।
  • मनरेगा के तहत काम करते हुए कोई व्यक्ति घायल हो जाता है या गंभीर चोट लगती है तो सरकार उसके इलाज का पूरा खर्च उठाती है।
  • इस योजना से भी देश का विकास हुआ है।
  • लघु सिंचाई
  • जल संरक्षण
  • भूमि विकास
  • बाढ़ नियंत्रण
  • गौशाला निर्माण कार्य
  • बागवानी
  • ग्रामीण संपर्क मार्ग निर्माण
  • विभिन्न तरह के आवास निर्माण
  • सूखे की रोकथाम के अंतर्गत वृक्षारोपण
  • मनरेगा आवेदक का नाम, पिता का नाम, लिंग, बैंक खाता नंबर या पोस्ट ऑफिस खाता नंबर, पता आदि
  • नौकरी रिकॉर्ड और नरेगा जॉब कार्ड धारक का चित्र
  • उपलब्ध कार्य विवरण तारीख सहित
  • बेरोजगारी भत्ता भुगतान की जानकारी (न्यूनतम रोजगार की गारंटी नहीं होने पर)

आपको बता दें कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत जॉब कार्ड धारकों को बेरोजगारी भत्ता तब मिलता है जब कर्मचारी को 15 दिनों के बाद भी काम नहीं मिला हो।

  • मनरेगा योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक 18 वर्ष से अधिक होना चाहिए।
  • इस योजना के लिए केवल ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग आवेदन कर सकते हैं।
  • इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं जो अकुशल काम करना चाहते हैं।
  • आधार कार्ड
  • पहचान पत्र
  • राशन कार्ड
  • जाति प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • बैंक पासबुक
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर
  1. पहले मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
  2. तब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज दिखाई देगा।
  3. ग्राम पंचायत सेक्शन में होम पेज पर Generate Reports के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  4. क्लिक करते ही सभी राज्यों की सूची दिखाई देगी।
  5. आप अपने राज्य को चुनकर क्लिक करना होगा।
  6. आप अब एक नए पेज पर जाएंगे।
  7. इस पेज पर मांगी गई जानकारी भरनी होगी, जैसे वित्तीय वर्ष, जिला, ब्लॉक, पंचायत आदि चुनना होगा।
  8. इसके बाद आपको चलने वाले विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  9. अब आपके सामने जॉब कार्ड के लिए पंजीकृत करने का फॉर्म खुल जाएगा, जिसमें आपसे मांगी गई जानकारी शामिल है, जैसे आवेदक का नाम, गांव का नाम, परिवार के मुखिया का नाम, लिंक, आयु, घर संख्या, वर्ग और पंजीकरण की तारीख, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर आदि दर्ज करना होगा।
  10. सभी विवरण भरने के बाद आपको भेजने के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

इस तरह आप मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन करेंगे।

MGNREGA Yojana के लिए आवेदन करने के लिए कौन पात्र है?

कोई भी ग्रामीण परिवार जिसका कोई वयस्क सदस्य अकुशल मैनुअल कार्य करने के लिए तैयार है, वह मनरेगा के लिए आवेदन कर सकता है। आवेदक की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।

मनरेगा के तहत नौकरी के लिए आवेदन कैसे करें?

MGNREGA Yojana के तहत नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए आधिकारिक मनरेगा वेबसाइट पर जाएं। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने के लिए आवश्यक विवरण जैसे नाम, आयु, पता आदि प्रदान करें। वैकल्पिक रूप से, आप अपने स्थानीय ग्राम पंचायत कार्यालय में भी आवेदन कर सकते हैं।

मनरेगा के लिए आवेदन करने के लिए कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं?

आवश्यक दस्तावेजों में भरा हुआ आवेदन फॉर्म, पता प्रमाण, आयु प्रमाण (जैसे जन्म प्रमाण पत्र या आधार कार्ड), और एक पासपोर्ट आकार का फोटो शामिल हैं।

जॉब कार्ड कैसे जारी किया जाता है?

आवेदन जमा करने के बाद, 15 दिनों के भीतर जॉब कार्ड जारी किया जाएगा। जॉब कार्ड में आवेदक का नाम, आयु, पता और एक अद्वितीय पंजीकरण संख्या शामिल होती है।

जॉब कार्ड क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?

जॉब कार्ड मनरेगा के तहत एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह पंजीकरण और योजना के तहत काम करने की पात्रता का प्रमाण है। यह कार्डधारक द्वारा किए गए कार्यों का रिकॉर्ड रखता है और मजदूरी के भुगतान में पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment