PM Kaushal Vikas yojana 4.0:-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पीएम कौशल विकास योजना शुरू की है, जो बेरोजगार युवा लोगों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है ताकि वे अपनी योग्यता के अनुसार रोजगार पाकर देश का विकास कर सकें। जिनके पास किसी भी प्रकार का कौशल नहीं है। PMVY योजना में लाभार्थियों को विशिष्ट प्रशिक्षण दिया जाता है। लाभार्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए पीएम कौशल विकास योजना (PMKVY 4.0) के तीन चरण अब तक पूरे हो चुके हैं। अगर आप अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आगे इस लेख में दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें।
Kaushal Vikas Yojana kya hai?
PM कौशल विकास योजना एक निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम है जिसके तहत बेरोजगार लोगों को मुफ्त में विशिष्ट पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य है कि वे बेरोजगार नागरिक प्रशिक्षण प्राप्त करके आय का साधन बना सकें और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। बेरोजगारी दर को कम करके देश को विकसित करना सरकार की इस योजना का मुख्य लक्ष्य है। देश में बहुत से लोगों को ना तो नौकरी है और ना ही स्वरोजगार है। सरकार ऐसे नागरिकों को आय का साधन देना चाहती है। सरकार PMKVY 4.0 के तहत प्रशिक्षण के अलावा लाभार्थी को प्रमाण पत्र भी देती है, जिसके माध्यम से वे आसानी से नौकरी पा सकते हैं।
PM Kaushal Vikas yojana का 4.0 चरण शुरू
प्रधानमंत्री कौशल प्रशिक्षण योजना के तीन चरण पूरे हो चुके हैं और कई लोगों ने इससे लाभ लिया है। अब इस योजना का 4.0 चरण शुरू होने वाला है, जिसमें वे नागरिक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे जो अब तक इसके लाभ से वंचित रहे हैं। यदि आप अभी भी बेरोजगार हैं तो इस योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों और पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्राप्त करके नौकरी पा सकते हैं।
PM Kaushal Vikas yojana के क्या लाभ है ?
बेरोजगार लोगों को PM Kaushal Vikas Yojana के तहत स्किल इंडिया ट्रेनिंग सेंटर द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। योजना के तहत ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन किया जा सकता है। भारत सरकार ने हर शहर में स्किल इंडिया ट्रेनिंग सेंटर बनाए हैं, जहां लोगों को मुफ्त में ट्रेनिंग दी जाती है। PMKVY 4.0 योजना में भी सरकार ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट के साथ 8000 रुपये दे रही है। 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों (जो बीच में स्कूल छोड़ चुके हैं) इस योजना का लाभ ले सकते हैं क्योंकि वे प्रशिक्षण प्राप्त करके रोजगार के अवसरों को प्राप्त कर सकते हैं।
Kaushal Vikas yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड (Aadhar card)
- वोटर आईडी कार्ड (Voter ID Card)
- पहचान पत्र (Identity card)
- बैंक अकाउंट पासबुक (Bank account passbook)
- मोबाइल नंबर (Mobile number)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport size photo)
PM Kaushal Vikas yojana Registration
केंद्र सरकार ने स्किल इंडिया नामक आधिकारिक पोर्टल शुरू किया है, जिससे लोग online course कर सकते हैं। आप प्रशिक्षण के लिए रजिस्ट्रेशन करने और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र डाउनलोड करने के लिए निम्नलिखित चरणों को फॉलो कर सकते हैं:
- पहले प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 का आधिकारिक पोर्टल देखना होगा।
- मुख्य पेज पर जाने के बाद आपको स्किल इंडिया का विकल्प चुनना होगा।
- इसके बाद आप एक नए पेज पर जाएंगे, जहां आप Ragister as a Candidate पर क्लिक करेंगे।
- आप क्लिक करने के बाद रजिस्ट्रेशन के लिए एक फार्म खुल जाएगा।
- इस फॉर्म में पूछे गए सभी विवरण भरें।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने के बाद आपका पंजीकरण पूरा हो जाएगा। बाद में आपको लॉगिन पर क्लिक करके लॉगिन करना होगा।
- इसके बाद आपको केटेगरी अनुसार Syllabus प्रदान किया जाएगा, जो आप online or offline कर सकते हैं।
- कोर्स पूरा करने पर भी आपको प्रमाण पत्र मिलेगा; इसे पोर्टल से online download कर सकते हैं या स्किल ट्रेनिंग सेंटर से मिल सकते हैं।
Note:ऑनलाइन पाठ्यक्रम कुछ घंटों में पूरा हो जाएगा, लेकिन offline courses दिनों लगेगा। कोर्स पूरा करने के बाद आपको माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा वेरीफाई किया गया सर्टिफिकेट मिलेगा, जो आपको स्वरोजगार या नौकरी मिलने की अनुमति देगा।
Pradhan Mantri Kaushal Vikas yojana FAQs
Pradhan Mantri Kaushal Vikas yojana का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय युवाओं को उनके आवासीय क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रशिक्षित करना है ताकि वे अपनी क्षमताओं का सशक्तिकरण कर सकें और अच्छे रोजगार के लिए पात्र हों।
कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण के लिए आवेदन ऑनलाइन या निकटतम प्रशिक्षण केंद्र में जमा किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना क्या है?
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना एक सरकारी योजना है जो युवाओं को उच्च गुणवत्ता और उच्च तकनीकी योग्यता प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षित करती है। यह उन्हें नौकरी के अवसरों में निर्भरता कम करने में मदद करती है।